Wednesday, June 19, 2013





Mix-media drawing by Akshay Ameria / 2013


इस दौर में जो हँस रहा है
हादसों की ख़बर उस तक नहीं पहुंची है .
जो खुश है वो या तो डरा हुआ है
या खुद किसी जुर्म में शामिल है.
यह एक ऐसा दौर है
जिसमें मारा जायेगा वो ही जो बेगुनाह है.

फिल्म "मोहनदास" के संवाद की पंक्ति .
निर्देशक : मजहर कामरान / २००९

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